परम पूज्य गुरुदेव के परिनिर्वाण दिवस पर विशेष
।। श्री रामः शरणं मम।। परम पूज्य गुरुदेव श्री रामकिंकर जी महाराज द्वारा गुरुपूर्णिमा के अवसर पर अपने शिष्यों
बड़े बनो तो गिराएँगे और छोटे बनो तो खाएँगे
श्रीसीताजी की खोज में जब हनुमानजी आकाशमार्ग से जा रहे थे, तो सिंहिका उनकी विशाल छाया को पकड़ उन्हे
शरणागतवत्सल
जब विभीषण जी भगवान्र राम के शरण में आते हैं तब हनुमानजी प्रभु को उनके गुण को याद दिल्रा
अहंकार को केवल ईश्वर ही मिटा सकता है
आप दान के द्वारा लोभ को हरा सकते हैं, ब्रह्मचर्य के द्वारा काम को, और क्षमा के द्वारा असहिष्णुता